नन्दू की नौकरी
नन्दू के पिता बचपन में ही मर गये थे । छोटे-छोटे भाई-बहिन थे । नन्दू की माँ सारे दिन जी तोड़कर | मेहनत करतीं तब कहीं जाकर उन्हें रूखी-सूखी रोटी मिल पाती । नन्दू तेरह ही साल का था । उसकी माँ एक दिन कहने लगी- ‘बेटा ! अब तुम बड़े हो गये हो ।…