महानता का मापदंड
“क्या तुम मेरे समान शक्ति नहीं चाहतीं ?”-यह कहकर ‘आँधी’ अपनी छोटी बहन मंदवायु की ओर देखने लगी । कुछ उत्तर न पाकर वह फिर कहने लगी- “देखो, जिस समय मैं उठती हूँ, उस समय दूर-दूर तक लोग तूफान के चिह्नों से मेरे आने का संवाद चारों ओर फैला देते हैं। समुद्र के जल के…