जल्दबाजी का दुष्परिणाम
एक राजा था । संसार का सबसे अधिक धनवान बनने की लालसा रखता था । एक सिद्धपुरुष उसके यहाँ पहुँच गए । स्वागत से प्रसन्न होकर वर माँगने को कहा । राजा ने जल्दबाजी में माँग लिया-“जो हाथ से छू लूँ, वह सोना हो जाय ।” वरदान मिल गया । राजा प्रसन्न था कि जिस वस्तु को चाहूँ सोना बना लूँगा । पर उसके भोजन के पदार्थ,
पानी आदि सभी हाथ में आते ही सोना बनने लगे । भूख से व्याकुल राजा सोचने लगा, धनवान बनने की जल्दबाजी में मैंने स्वयं अनर्थ मोल ले लिया ।