1नदी पार की दावत जो हर स्थिति में अपने मन की करता है, उससे बड़ा मूर्ख और कोई नहीं है। “
2व्यक्तित्व की परख‘संसार में न धूर्तों की कमी है न महान् आत्माओं की। हमें अच्छे व्यक्तियों का ही अनुकरण करना चाहिए जिससे यह जीवन सफल और सार्थक बने ।