यहा दी हुई ज्ञान की कहानियाँ को पढ़ने से अंत में आपको जीवन सुधार का मूल्यवान ज्ञान मिलेगा। यह ज्ञान व्यक्ति निर्माण, बाल निर्माण, बालको में सकारात्मक विचारों का निर्माण करने में मदद करेगा।
क्रम | कहानी का नाम | कहानी से मिलता ज्ञान |
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1 | बर्र का उपदेश | न कोई छोटा है न बड़ा। सभी की अपनी अलग-अलग शक्ति-सामर्थ्य है । हम अपने अहंकार के गर्व में किसी का भी तिरस्कार न करें । |
2 | प्रायश्चित | तुम्हारे व्यवहार से लोगों को तुम्हारा नहीं हमारा परिचय मिलता है कि हम कैसे ? |
3 | स्नेह की शक्ति | मुसीबत में पड़े की सहायता करना हमारा धर्म है। चाहे वह शत्रु हो या मित्र । |
4 | सबक | जो बच्चे अपने माता-पिता का कहना नहीं मानते वे सदैव आपत्ति में पड़ते हैं। तुम्हारी शक्तियाँ अभी सीमित हैं। तुम्हारा अनुभव अभी कम है, इसलिए बड़ों की बात मानकर काम करो। |
5 | सही रास्ता | गलती तो सभी से होती ही रहती है। बुरा वह नहीं है जो कभी गलती नहीं करता । बुरा वह है जो गलत करके भी उसे स्वीकार नहीं करता। जो अपनी गलती मानते हैं, वही उसे दूर कर पाते हैं । “ |
6 | नदी पार की दावत | जो भी कार्य हम करें, सोच-समझकर करें। कोई कार्य ऐसा न करें, जिससे दूसरे का कोई अहित हो। अपने लाभ के साथ-साथ दूसरे के लाभ का भी ध्यान रखें। |
7 | समाज के शत्रु | यह हमारे स्वभाव की विशेषता होती है कि दूसरों की अच्छाई तो हम देर से ग्रहण कर पाते हैं पर बुराई जल्दी ही सीख लेते हैं। इसीलिए तो अच्छे व्यक्तियों की संगति को इतना महत्त्व दिया जाता है। |
8 | संकल्प | जिस आदत को हम सच्चे मन से बदलने की प्रतिज्ञा कर लेते हैं, वह निश्चित ही बदल जाती है। |
9 | परमहंस की विनम्रता और सादगी | सत्परामर्श द्वारा अपनी ब्राह्मण वृत्ति की शिक्षा अन्यान्यों को भी देकर सन्मार्ग का पथ प्रशस्त करते हैं । |